10 बाइबल आयत जो प्रभु की शांति को जीवन में सक्रिय कर देती हैं।
जीवन की भाग दौड़ और उठा पटक में हम जब मुश्किल दौर से गुजरते हैं उस समय जो हमें सबसे ज़्यादा ज़रूरी चीज़ चाहिए होती है, वह है शांति। शांति दो प्रकार की होती हैं। एक जो संसार देता है, दूसरी जो प्रभु देता है।
जो शांति संसार की ओर से होती उसमें बाहर से तो हम शांत दिख सकते हैं पर हमारे अंदर हमेशा उथल पुथल चलती रहती है जो हमे लगातार बेचैन बनाये रखती है। पर जो शांति परमेश्वर की ओर से आती है वो हमें अंदर से शांत बनाती है। चाहे जीवन में कैसी भी परिस्थिति हो ये शांति हमें अंदर से शांत और स्थिर बनाये रखती है और हमारे विचारों और योजनाओं की प्रभु में रक्षा करती है।
यहां कुछ बाइबल की आयत दी गयी हैं जिनका मनन करके आप परमेश्वर की शांति को अपने जीवन में ग्रहण और सक्रिय कर सकते हैं।
तब परमेश्वर की शान्ति, जो समझ से बिलकुल परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरिक्षत रखेगी॥
फिलिप्पियों 4:7
जिसका मन तुझ में धीरज धरे हुए हैं, उसकी तू पूर्ण शान्ति के साथ रक्षा करता है, क्योंकि वह तुझ पर भरोसा रखता है।
यशायाह 26:3
मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूं, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे।
यूहन्ना 14:27
जो बातें तुम ने मुझ से सीखीं, और ग्रहण की, और सुनी, और मुझ में देखीं, उन्हीं का पालन किया करो, तब परमेश्वर जो शान्ति का सोता है तुम्हारे साथ रहेगा॥
फिलिप्पियों 4:9
और मसीह की शान्ति जिस के लिये तुम एक देह होकर बुलाए भी गए हो, तुम्हारे हृदय में राज्य करे, और तुम धन्यवादी बने रहो।
कुलुस्सियों 3:15
वा मेरे साथ मेल करने को वे मेरी शरण लें, वे मेरे साथ मेल कर लें॥
यशायाह 27:5
अब प्रभु जो शान्ति का सोता है आप ही तुम्हें सदा और हर प्रकार से शान्ति दे: प्रभु तुम सब के साथ रहे॥
2 थिस्सलुनीकियों 3:16
निदान, हे भाइयो, आनन्दित रहो; सिद्ध बनते जाओ; ढाढ़स रखो; एक ही मन रखो; मेल से रहो, और प्रेम और शान्ति का दाता परमेश्वर तुम्हारे साथ होगा।
2 कुरिन्थियों 13:11
मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कही हैं, कि तुम्हें मुझ में शान्ति मिले; संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बांधो, मैं ने संसार को जीन लिया है॥
यूहन्ना 16:33
उसी दिन जो सप्ताह का पहिला दिन था, सन्ध्या के समय जब वहां के द्वार जहां चेले थे, यहूदियों के डर के मारे बन्द थे, तब यीशु आया और बीच में खड़ा होकर उन से कहा, तुम्हें शान्ति मिले।
यूहन्ना 20:19