कैन की पत्नी कौन थी? क्या कैन की पत्नी उसकी बहन थी?
बाइबल निश्चित रूप से नहीं बताती कि कैन की पत्नी कौन थी। केवल एक ही सम्भावित उत्तर यह है कि कैन कि पत्नी उसकी बहन या भतीजी या चाचा की लड़की-की-लड़की वगैरह रही होगी। बाइबल यह नहीं बताती कि जब उसने हाबिल की हत्या की तो कैन की उम्र क्या थी (उत्पत्ति 4:8)। क्योंकि वे दोनों किसान थे, इसलिए सम्भवतया वे पूरी तरह अपने-अपने परिवारों के साथ विकसित वयस्क रहे होंगे। आदम और हव्वा ने निश्चित रूप से कैन और हाबिल के अलावा जब हाबिल मारा गया तब तक और भी सन्तानों को जन्म दिया होगा (उत्पत्ति 5:4)। यह सच्चाई है कि हाबिल को मारने के बाद कैन अपने स्वयं के जीवन के प्रति भयभीत था (उत्पत्ति 4:14) जो यह दर्शाता है कि उस समय आदम और हव्वा की सम्भवतया और भी कई अन्य संतान थीं और यहाँ तक कि पोते या पड़-पोते भी थे। कैन की पत्नी (उत्पत्ति 4:17) आदम और हव्वा की बेटी या बेटी की बेटी थी।
क्योंकि आदम और हव्वा सबसे पहले (और केवल वे ही) मनुष्य थे, उनकी सन्तानों को आपस में विवाह करने के अतिरिक्त और कोई विकल्प नहीं था। परमेश्वर ने अपनी जाति में ही विवाह करने के लिए तब तक मना नहीं किया था जब तक बहुत बाद में पर्याप्त लोग नहीं हो गए तब अपनी जाति में विवाह करना मना कर दिया गया था (लैव्यव्यवस्था 18:6:18)। यही कारण कि पारिवारिक यौन सम्बन्ध के परिणामस्वरूप बच्चों में अक्सर आनुवंशिक असमान्यतायें आ जाती हैं अर्थात् जब दो समान आनुवंशिक लोग (अर्थात्., भाई और बहन) से सन्तान होती हैं, परिणामस्वरूप उनमें आनुवंशिक दोष अथवा गुणों की अधिक प्रबलता होती है। जब भिन्न परिवार के लोगों की सन्तानें होती हैं, तो यह बहुत कम सम्भव है कि एक जैसे आनुवंशिक दोष गुण माँ बाप में होंगे। सदियों से मानव की आनुवंशिकता में दोषी गुण इतने ज्यादा "प्रदूषित" हो गए हैं कि आनुवंशिकता सम्बन्धी दोष बहुत अधिक बढ़ गए, और एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी की ओर बढ़ते चले जा रहे हैं। आदम तथा हव्वा में कोई भी आनुवंशिक दोष नहीं थे, इसलिए उनको तथा उनकी पहली कुछ पीढ़ियों को कहीं ज्य़ादा अच्छे स्वास्थ्य के गुण उपलब्ध थे जो कि आज के समय हम में नहीं हैं। यदि कुछ होंगे भी तो, आदम और हव्वा की सन्तानों में बहुत थोड़े, आनुवंशिकता सम्बन्धी दोष थे। परिणामस्वरूप, उनका आपस में विवाह करना सुरक्षित था।
क्योंकि आदम और हव्वा सबसे पहले (और केवल वे ही) मनुष्य थे, उनकी सन्तानों को आपस में विवाह करने के अतिरिक्त और कोई विकल्प नहीं था। परमेश्वर ने अपनी जाति में ही विवाह करने के लिए तब तक मना नहीं किया था जब तक बहुत बाद में पर्याप्त लोग नहीं हो गए तब अपनी जाति में विवाह करना मना कर दिया गया था (लैव्यव्यवस्था 18:6:18)। यही कारण कि पारिवारिक यौन सम्बन्ध के परिणामस्वरूप बच्चों में अक्सर आनुवंशिक असमान्यतायें आ जाती हैं अर्थात् जब दो समान आनुवंशिक लोग (अर्थात्., भाई और बहन) से सन्तान होती हैं, परिणामस्वरूप उनमें आनुवंशिक दोष अथवा गुणों की अधिक प्रबलता होती है। जब भिन्न परिवार के लोगों की सन्तानें होती हैं, तो यह बहुत कम सम्भव है कि एक जैसे आनुवंशिक दोष गुण माँ बाप में होंगे। सदियों से मानव की आनुवंशिकता में दोषी गुण इतने ज्यादा "प्रदूषित" हो गए हैं कि आनुवंशिकता सम्बन्धी दोष बहुत अधिक बढ़ गए, और एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी की ओर बढ़ते चले जा रहे हैं। आदम तथा हव्वा में कोई भी आनुवंशिक दोष नहीं थे, इसलिए उनको तथा उनकी पहली कुछ पीढ़ियों को कहीं ज्य़ादा अच्छे स्वास्थ्य के गुण उपलब्ध थे जो कि आज के समय हम में नहीं हैं। यदि कुछ होंगे भी तो, आदम और हव्वा की सन्तानों में बहुत थोड़े, आनुवंशिकता सम्बन्धी दोष थे। परिणामस्वरूप, उनका आपस में विवाह करना सुरक्षित था।