नर्क के विषय में क्या कहती है बाइबल
बाइबल स्वर्ग की वास्तविकता के समान ही नरक की वास्तविकता की बात करती है।वास्तव में, यीशु ने स्वर्ग की आशा के साथ लोगों को नर्क के खतरों के बारे में चेतावनी देने में अधिक समय बिताया। बाइबल स्पष्ट रूप से नर्क की भयानकता का वर्णन करती है लेकिंग लोग बड़ी आसानी से स्वर्ग की वास्तविकता को तो स्वीकारते हैं पर नर्क की भयानकता को नकार देते हैं। इन दोनों की वास्तविकता को किसी भी प्रकार से अलग नही देखा जा सकता। ये ऐसा ही है जैसे लोग किसी स्थान के विषय मे जहां वे जाते हैं वहाँ के विषय में सिर्फ अच्छा ही सोचना चाहते हैं और बुराई को नज़रअंदाज़ कर देते हैं क्योंकि ये सुहावना नहीं होता पर इससे वास्तविकता बदल नही जाती। नर्क के अस्तित्व को ठुकराना या उसपर विश्वास न करना एक बोहुत बड़ी गलती है जोकि अक्सर लोग करते हैं। यहाँ पर बाइबल की बोहुत सी आयतों में से कुछ दी गई हैं जिनके द्वारा नर्क की वास्तविकता और भयानकता का एहसास किया जा सकता है।
- मत्ती 25:41
तब वह बाईं ओर वालों से कहेगा, हे स्रापित लोगो, मेरे साम्हने से उस अनन्त आग में चले जाओ, जो शैतान और उसके दूतों के लिये तैयार की गई है।
नर्क वास्तव में मनुष्यों के लिए नहीं बल्कि उन स्वर्ग दूतों के लिए बनाया गया था जिन्होने परमेश्वर के विरुद्ध बलवा किया था।
- मरकुस 9:43, मत्ती 18: 9
यदि तेरा हाथ तुझे ठोकर खिलाए तो उसे काट डाल टुण्डा होकर जीवन में प्रवेश करना, तेरे लिये इस से भला है कि दो हाथ रहते हुए नरक के बीच उस आग में डाला जाए जो कभी बुझने की नहीं।
- 9:44
जहां उन का कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बुझती।
- लूका 16:23
और अधोलोक में उस ने पीड़ा में पड़े हुए अपनी आंखें उठाई, और दूर से इब्राहीम की गोद में लाजर को देखा।
- लूका 16:24
और उस ने पुकार कर कहा, हे पिता इब्राहीम, मुझ पर दया करके लाजर को भेज दे, ताकि वह अपनी उंगुली का सिरा पानी में भिगो कर मेरी जीभ को ठंडी करे, क्योंकि मैं इस ज्वाला में तड़प रहा हूं।
- मत्ती 22:13, 8:12
तब राजा ने सेवकों से कहा, इस के हाथ पांव बान्धकर उसे बाहर अन्धियारे में डाल दो, वहां रोना, और दांत पीसना होगा।
- प्रकाशित वाक्य 14:11
और उन की पीड़ा का धुआं युगानुयुग उठता रहेगा, और जो उस पशु और उस की मूरत की पूजा करते हैं, और जो उसके नाम की छाप लेते हैं, उन को रात दिन चैन न मिलेगा।
- नीतिवचन 27:20
जैसे अधोलोक और विनाशलोक, वैसे ही मनुष्य की आंखें भी तृप्त नहीं होती।
- प्रकाशित वाक्य 21:8
पर डरपोकों, और अविश्वासियों, और घिनौनों, और हत्यारों, और व्यभिचारियों, और टोन्हों, और मूर्तिपूजकों, और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा, जो आग और गन्धक से जलती रहती है: यह दूसरी मृत्यु है॥
- भजन संहिता 73:18
निश्चय तू उन्हें फिसलने वाले स्थानों में रखता है; और गिराकर सत्यानाश कर देता है।
- यशायाह 3:24
और सुगन्ध की सन्ती सड़ाहट, सुन्दर कर्घनी की सन्ती बन्धन की रस्सी, गुंथें हुए बालों की सन्ती गंजापन, सुन्दर पटुके की सन्ती टाट की पेटी, और सुन्दरता की सन्ती दाग होंगे।
- भजन संहिता 11:6
वह दुष्टों पर फन्दे बरसाएगा; आग और गन्धक और प्रचण्ड लूह उनके कटोरों में बांट दी जाएंगी।
- भजन संहिता 18:5
पाताल की रस्सियां मेरे चारो ओर थीं, और मृत्यु के फन्दे मुझ पर आए थे।
नर्क इतना भयानक है की इंसान उसकी कल्पना भी नही कर सकते। परमेश्वर ने मनुष्य को एक लंबा जीवन दिया है जिसे हमे परमेश्वर की मर्ज़ी और आज्ञा के अनुसार व्यतीत करना है। यदि हम अपनी ही शर्तों पर अपना जीवन जिएंगे तो इस भयानक नर्क को हम अपनी मर्ज़ी से अपने लिए चुनेंगे। हमारे सामने दोनों विकल्प दिये गए हैं , स्वर्ग या नर्क, चुनाव हमें ही करना है।